Samvad Lekhan In Hindi For Class 11: हिन्दी संवाद लेखन कक्षा 11 NCERT, Examples

दोस्तों इस लेख में, हमने CBSE Samvad Lekhan In Hindi For Class 11 में यह लेख तैयार की है, यदि आप भी कक्षा 11 के विद्यार्थी हैं और बातचीत करने के लिए संवाद लेखन की तलाश में हैं, तो यह लेख आपकी बहुत मदद करेगी। इसमें मैंने Samvad Lekhan For Class 11 के लिए रखा है, ताकि आपकी पढ़ाई अच्छे से हो सके और आप संवाद आदि प्रतियोगिता में भाग लेकर जीत सकें।

Samvad Lekhan In Hindi For Class 11

“Samvad Lekhan” कक्षा 11 के विद्यार्थी के लिए हिंदी भाषा के अध्ययन में शामिल एक सामान्य विषय है। यह दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच संवाद या वार्तालाप लिखने की कला को संदर्भित करता है। यह अभ्यास विद्यार्थी को उनके लेखन कौशल को बढ़ाने में मदद करता है और हिंदी व्याकरण और शब्दावली पर उनकी पकड़ में सुधार करता है। तो बस लेख को नीचे स्क्रॉल करें और CBSE Samvad Lekhan For Class 11 Hindi पढ़ें और जानकारी प्राप्त करें।

Samvad Lekhan In Hindi For Class 11: हिन्दी संवाद लेखन कक्षा 11 NCERT, Examples
Samvad Lekhan In Hindi For Class 11: हिन्दी संवाद लेखन कक्षा 11 NCERT, Examples

संवाद लेखन के उदाहरण

प्रश्नः 1) मनीषा की सब्तरीवाले से बातचीत को अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर:

  • मनीषा (कॉलिंग) – एक मिनट रुको। ओ सब्जियों के भाई।
  • सब्जीवाला – हाँ बताओ क्या लेना है ?
  • मनीषा – मुझे सब्जी खरीदनी है। क्या – तुम्हारे पास क्या है?
  • सब्जीवाला – सब कुछ है – आलू, पत्तागोभी, मटर, साग, भिंडी, तोरी….
  • मनीषा- मटर किस भाव में दे रहे हो? क्या वे ताज़ा हैं?
  • सब्जी वाला – ताजी है दीदी। अभी बाजार से मंगवा रहा हूँ। चालीस रुपये किलो।
  • मनीषा- बहुत महंगा हो रहा है। कल यह 30 रुपये किलो था।
  • सब्जी वाला- हां। यह आज की भावना है। कल ट्रक वालों की हड़ताल थी न? आज बाजार में स्टॉक कम है।
  • मनीषा- कुछ कम करो। दो किलो लेंगे।
  • सब्जी वाला – ठीक है दीदी। पैंतीस रुपये प्रति किलो देंगे। इससे कम नही।
  • मनीषा- ठीक है। वजन दो किलो।
  • अच्छी तरह तौलना
  • सब्जी वाला – ठीक तोलता हूँ। मैं पिछले कई सालों से यह काम कर रहा हूं।

संवाद लेखन कक्षा ११ विद्यार्थी के लिए हिंदी में

प्रश्नः 2) सब्जी विक्रेता और ग्राहक के बीच संवाद

उत्तर:

  • ग्राहक – ये मटर के दाने कैसे दिए भाई ?
  • सब्जी वाला – लो बाबूजी ! बहुत अच्छे मटर, बहुत ताज़ा।
  • ग्राहक – कीमत बताओ।
  • सब्जी वाला – पंद्रह रुपये किलो बिकेगा तो, लेकिन आपसे बारह रुपये ही लेगा.
  • ग्राहक – बहुत महंगा भाई !
  • सब्जी वाला – क्या कहूँ बाबूजी ! मंडी में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं।
  • ग्राहक – फिर भी…… कुछ तो कम कर लो।
  • सब्जी वाला – बाबू जी आप एक रुपया कम देते हो ! बताओ कितना वजन दूं?
  • ग्राहक – एक किलो मटर दे दो। और…… एक किलो आलू भी।
  • सब्जी वाला – टमाटर भी ले लो साहब। बहुत सस्ते हैं।
  • ग्राहक- कैसे?
  • सब्जी वाला – पांच रुपए किलो दे रहा हूं। बाबू जी ने माल लूट लिया।
  • ग्राहक- अच्छा! आधा किलो टमाटर भी दे दीजिए। ….. और दो नींबू भी रख दें।
  • सब्जीवाला- ये लो बाबूजी। धनिया और हरी मिर्च भी रखी है।
  • ग्राहक – कितने पैसे ?
  • सब्जी वाला – सिर्फ इक्कीस रुपये।
  • ग्राहक- पैसे ले लो भाई।

Samvad Lekhan In Hindi For Class 11 Question

प्रश्न 3) रिक्शा चालक और गोमती के बीच संवाद अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर:

  • गोमती (जोर से पुकारते हुए)- रिक्शा वाला भाई।
  • रिक्शा वाला – हां बोलो। कहाँ चलना है
  • गोमती – मुझे सदर बाजार जाना है। क्या तुम जाओगे
  • रिक्शा वाला – ये तो हमारा काम है। बैठिए।
  • गोमती – कितने पैसे लोगे ?
  • रिक्शा वाला – दीदी जो कुछ अच्छा लगे दे दो।
  • गोमती – नहीं, कोई बात नहीं – ठीक बताओ। बाद में मारपीट होती है।
  • रिक्शा वाला – दीदी, मैं इस शहर में नया हूँ।
  • पता नहीं यहाँ से वहाँ का किराया कितना है?
  • गोमती- तो तुम्हें रास्ता भी नहीं पता होगा?
  • रिक्शा वाला – हाँ। तुम ही मुझे रास्ता दिखाओ
  • गोमती – (रिक्शा में बैठ कर) – अच्छा चलो। मैं दस रुपये दूंगा। वहां का किराया इतना ही होता है। क्या आप रिक्शा ठीक से चलाते हैं?
  • रिक्शा वाला – हाँ। मैं पिछले दस सालों से रिक्शा चला रहा हूं।

कक्षा ११ के विद्यार्थियों के लिए हिंदी में संवाद लेखन

प्रश्नः 4) लोगों के बढ़ते स्वार्थ के कारण अंधाधुंध वनों की कटाई हो रही है। वनोन्मूलन पर दो मित्रों के संवाद को संवाद के रूप में लिखिए।

उत्तर:

  • उत्सव – हे अनुराग ! इतने दिन कहा थी? छुट्टियों में नहीं दिखे।
  • अनुराग- उत्सव, कैसा लग रहा है?
  • उत्सव – अदृश्य होने का सूत्र क्यों है?
  • अनुराग- अरे नहीं यार, इन छुट्टियों में मैं दादा-दादी से मिलने गांव गया था.
  • जश्न – तो खूब मस्ती हुई होगी।
  • अनुराग- उत्सव सही है। वहां की हरियाली, आम के बाग, कटहल, जामुन, फालसा आदि खाते देखना वाकई मजेदार था।
  • उत्सव – तो फिर वहाँ से आने का मन नहीं कर रहा होगा ?
  • अनुराग- मुझे शुद्ध ताजी हवा, ताजी हरी सब्जियां, शुद्ध ताजा दूध और शोर-शराबा रहित वातावरण नहीं छोड़ना था, लेकिन छुट्टियां बीतने वाली थीं, इसलिए आ गया।
  • उत्सव- अनुराग तुम भाग्यशाली हो। हर साल मुझे अपनी छुट्टियां शहर के इस प्रदूषित और दमघोंटू वातावरण में बितानी पड़ती हैं।
  • पड़ता है।
  • अनुराग – शहरों में बढ़ते प्रदूषण के लिए हम भी जिम्मेदार हैं.
  • उत्सव – वह कैसे?
  • अनुराग – लोग अपने स्वार्थ के लिए जंगल उजाड़ते हैं, बस्तियाँ बसाते हैं। धनी लोगों ने इन वनों को काटकर कारखाने लगा लिए। वे खुद लाभ तो कमाते हैं लेकिन पर्यावरण को प्रदूषित और असंतुलित कर देते हैं।
  • उत्सव – मैं अपने दोस्तों से कहूँगा कि इस बरसात के मौसम में ढेर सारे पेड़ लगाओ।
  • अनुराग- हम सबकी भलाई है।

Samvad Lekhan In Hindi For Class 11 Example

प्रश्न: 5) आज के नेता चुनाव जीतते ही इतने अमीर हो जाते हैं कि उनकी कई पीढ़ियों को काम करने की जरूरत ही नहीं पड़ती। आज की राजनीति पर दो मित्रों के संवाद को संवाद रूप में लिखिए।

उत्तर:

  • सफल – अरे नमन नमस्ते, कहाँ से आ रहे हो?
  • प्रणाम – नमस्कार सफल, मैं अपने वार्ड के पार्षद के घर से आ रहा हूँ।
  • कामयाब – क्या बात है ? क्या आपने अभी से तय कर लिया है कि आपको नेता बनना है?
  • नमन- नहीं सक्सेसफुल, ऐसा नहीं है। मैं गलती से भी नेता नहीं बनूंगा।
  • सफल- ऐसा क्यों हुआ?
  • नमन – पार्षद करीब दो घंटे पहले मेरे पिता के पास आए थे।
  • सफल – क्या अब ये तुम्हारे पापा को नेता बनाना चाहते हैं ?
  • नमन – मेरे पापा शहर के नामी वकील हैं। वह उनके पास ही आया था।
  • सफल – अच्छा, जरूर पार्षद ने कोई घोटाला किया होगा।
  • नमन – शायद आपको पता न हो, चार साल पहले पैदल वोट मांगने वाले इस पार्षद के पास आज चार महंगी गाड़ियां हैं. अब उनके पास इस मुहल्ले की सबसे बड़ी कोठी है।
  • सफल – यार ये राजनीति पैसा कमाने का जरिया बनती जा रही है.
  • प्रणाम – ठीक कहा। पहले लाल बहादुर शास्त्री, सरदार पटेल, गांधीजी जैसे नेता थे जो राजनीति में जनता की सेवा और कल्याण के लिए आए थे, लेकिन आज लोग राजनीति में अपना कल्याण करने के लिए आते हैं।
  • सफल- यही कारण है कि अंगुलियों पर गिने जाने वाले ईमानदार नेता अब नहीं बचे हैं। इनका नाम अब घोटालों में शामिल पाया जा रहा है। जितना ज्यादा भ्रष्टाचार और घोटाला करता है, उतना ही बड़ा नेता खुद को समझता है।
  • नमन – क्या तुम्हारे पिता उनकी मदद करने के लिए राजी हो गए हैं?
  • सफल – नहीं उसने विनम्रता से उसका केस लड़ने से मना कर दिया?
  • नमन – शाबाश ताकि ये नेता राजनीति के असल मक़सद को समझ सकें।

Samvad Lekhan In Hindi For Class 11 Topic

प्रश्न: 6) कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति पर दो मित्रों के बीच संवाद

उत्तर:

  • धीर – उफ ! क्या बताऊँ तुम्हें ? कोरोना ने स्थिति बदल दी।
  • विकास- हां यार, कभी सोचा नहीं था कि ऐसी नौबत आ जाएगी।
  • सब्र- इस वायरस ने एक तरह से पूरी मानव जाति को प्रभावित किया है।
  • विकास- मानव जाति के साथ-साथ इस वायरस ने भी अपने द्वारा किए गए शोधों, विज्ञान के चमत्कारों और यांत्रिक प्रगति को अंगूठा दिखाया है।
  • धीरज- हां दोस्त तुम ठीक कह रहे हो। एक छोटा सा वायरस हमें बड़ी सीख दे रहा है।
  • विकास- फिलहाल हमें इससे बचने के उपाय करने चाहिए।
  • धैर्य- मैंने सुना है कि यह वायरस हमारे सामने नए-नए रूपों में फैल रहा है।
  • विकास- हां ऐसा ही कुछ। अब यह बहुत खतरनाक हो गया है।
  • धीरज- ऐसा लगता है कि मास्क पहनना हमारी जीवनशैली का हिस्सा बन गया है।
  • विकास- मास्क के साथ-साथ हमेशा हाथ धोना और लोगों से दूरी बनाना भी बहुत जरूरी हो गया है.
  • धीरज- हां यार, लॉकडाउन की वजह से पढ़ाई के लिए बहुत टाइम मिल रहा है।
  • विकास- हां यार, मैं भी कंप्यूटर पर ऑनलाइन बहुत कुछ सीख रहा हूं।
  • सब्र- चलो दोस्तों, सेहत का ख्याल रखो और फिर मिलते हैं।
  • विकास – अच्छा दोस्त ! अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें।

संवाद लेखन कक्षा 11 वर्कशीट

प्रश्न 7) निम्नलिखित जानकारी के आधार पर एक संवाद लिखें।

उत्तर :

  • पिता: बेटा, इधर आ; सीट पर बैठें। आप कैसे पढ़ रहे हैं? परीक्षा कब से है?
  • बेटा: (घबराते हुए) परीक्षा नजदीक है और पढ़ाई अभी चल रही है, पूरी नहीं हुई।
  • पिता : यह कैसे पूरा होगा? मैं यह नहीं कहता कि टीवी मत देखो, लेकिन अपनी पढ़ाई को नज़रअंदाज करना ठीक नहीं है। अगर आप दिन भर दूरदर्शन के सामने बैठे रहेंगे तो पढ़ाई नहीं होगी।
  • बेटा: लेकिन मैं अकेला बहुत कम देखता हूँ, पापा? घर में सब टीवी देखते हैं और तुम ही मुझे डाँटते हो।
  • पापा: मैं तुम्हें समझा रहा हूँ। अपनी बहन को देखो, वह क्लास में टॉपर है और तुम्हारे केवल 50% अंक आए हैं।
  • बेटा: (अंगूठे से जमीन को खुजलाते हुए) दीदी ने मुझे अपने साथ पढ़ने से मना किया।
  • पिता: मैंने दीदी को समझा दिया है, अब जाकर उनके पास बैठ कर पढ़ो।
  • बेटा : हां पापा। अब मैं भी दीदी की तरह निशान दिखाऊंगी।
  • पिताजी : बहुत अच्छा ! देर आए दुरुस्त आए। मुझे तुम पर विश्वास है। आप निश्चित रूप से अच्छे अंक प्राप्त करने में सफल रहेंगे। ईश्वर आपको सद्बुद्धि दें।

प्रश्नः 8) हमारे देश के विकास के लिए 20xx के बजट में गांवों के विकास के लिए बजट बढ़ाकर उनके विकास का लक्ष्य रखा गया है। इस विषय पर दो मित्रों के बीच हुई बातचीत को संवाद रूप में लिखिए।

उत्तर:

  • लक्ष्य- अरे! आप कहां जा रहे हैं?
  • वैभव – मैं अभी अखबार लेने जा रहा हूं। आज अखबार वाले ने अखबार नहीं दिया।
  • लक्ष्य- कल हमारे देश के वित्त मंत्री ने वर्ष 20XX के लिए बजट पेश किया है।
  • वैभव – मैंने टीवी में देखा कि इस बार सरकार ने गांवों के विकास पर जोर दिया है।
  • लक्ष्य- यार, ऐसा हर बार बजट के समय कहा जाता है।
  • वैभव- नो गोल, ऐसा नहीं है। इस बार बजट में ग्रामीण विकास के बजट में बढ़ोतरी की गई है। किसानों को उन्नत उपकरण, खाद, बीज, दवाइयां आदि छूट के साथ दी जाएंगी।
  • लक्ष्य- लेकिन किसानों के कर्ज का क्या होगा, जिसके कारण किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो जाते हैं?
  • वैभव – इसके लिए किसानों की फसल के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की जाएगी. उनकी फसलों का बीमा होगा और बिचौलियों की भूमिका न्यूनतम होगी।
  • टारगेट- इसके अलावा किसानों को स्वास्थ्य सेवाएं, बैंकिंग और प्रशिक्षण जैसी सुविधाएं भी देनी होंगी. गांवों को सड़कों से जोड़ना होगा और उन्हें कृषि आधारित उद्योगों में भी प्रशिक्षित करना होगा।
  • वैभव – सरकार के प्रयासों से इस बार लगता है कि देश के अन्नदाता की स्थिति में अवश्य सुधार होगा.
  • लक्ष्य – ईश्वर करे यह हो।
  • वैभव – ठीक है मैं चलता हूँ। नमस्ते।

प्रश्नः 9) मंथरा और कैकेयी के बीच संवाद

उत्तर:

  • मंथरा – हे रानी उठो ! अपने होश में आओ, यह सोने का समय नहीं है। टूटने वाला है आपदा का पहाड़। उठना
  • कैकेयी- क्या हुआ? क्या बात है आ? तुम इतने घबराए हुए क्यों हो, क्या यह शुभ है?
  • मंथरा – क्या शुभ मुहूर्त है ! आपकी प्रसन्नता समाप्त होने वाली है। राम का राज्याभिषेक कल होने वाला है।
  • कैकेयी- प्रसन्नता की बात है।
  • मंथरा- तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है। तुम राजा दशरथ की साजिश को नहीं समझते। आपके अधिकार छिनने वाले हैं।
  • कैकेयी- यह क्या गलत बात है। वह मेरा ज्येष्ठ पुत्र है। राम युवराज पद के पात्र हैं। ज्येष्ठ पुत्र को ही राज्य मिलता है।
  • मंथरा- रानी इसे रोको, यह आपके हित में नहीं है। राम राजा बने तो तुम कौशल्या की दासी बनोगी। भरत बनेंगे राम के दास।
  • कैकेयी- तो ऐसा होगा? मै क्या करू
  • मंथरा – तुम्हें याद है, राजा दशरथ को अपनी बात याद दिलाकर भरत का राज्याभिषेक और राम के लिए चौदह वर्ष का वनवास मांग लो।
  • कैकेयी- लेकिन मैं इतना बड़ा काम कैसे करूंगी।
  • मंथरा – आप कोपभवन में मैले-कुचैले कपड़े पहन कर जाती हैं. जब राजा दशरथ आयें, तो अपने मन की बात उन्हें पहले मत बताना। जब वे तुझे मनाने लगें, तब तेरी दोनों बातें माँग लेना।
  • कैकेयी- अच्छा!

प्रश्नः 10) आजकल बच्चों का पढ़ाई से ध्यान हट जाता है और कार्टून फिल्में देखने लगते हैं। इससे बच्चों के मन में हिंसा की भावना उत्पन्न होती है। इस विषय पर दो मित्रों रूपा और रश्मि के बीच हुए संवाद को संवाद के रूप में लिखिए।

उत्तर:

  • रुचि – हेलो रश्मि! आप कैसे हैं?
  • रश्मि – मैं ठीक हूँ ! आप कैसे हैं?
  • रूचि – मैं भी ठीक हूँ रश्मि ! चलो घर चलते हैं। चलो वहीं बैठ कर बात करते हैं।
  • रश्मि- नो इंट्रेस्ट, फिर कभी नहीं।
  • रुचि- अरे! क्यों नहीं अभी?
  • रश्मि – मेरे बेटे पप्पू को टीवी पर कार्टून देखने की आदत हो गई है। उन्हें जब भी मौका मिलता है वह टीवी से चिपक जाते हैं।
  • रुचि – बच्चों को भी थोड़ी देर टीवी देखने की अनुमति देनी चाहिए
  • रश्मि – लेकिन रश्मि, ये हर समय कार्टून फिल्में देखना चाहता है।
  • रुचि- तो उसकी पढ़ाई प्रभावित हो रही होगी।
  • रश्मी – उसकी पढ़ाई ही नहीं व्यवहार भी प्रभावित हो रहा है। इन कार्टूनों की लड़ाई-झगड़ा और हिंसक प्रवृति उनके स्वभाव का हिस्सा बनती जा रही है। इतना ही नहीं उसका व्यवहार भी क्रूर होता जा रहा है।
  • रुचि – तुम्हें यह कैसे पता चला?
  • रश्मि – कल कुत्ते को बिस्किट खिला रही थी। जब डॉगी ने बिस्किट नहीं खाया तो उसने उसका सिर पकड़कर दीवार से दे मारा।
  • रुचि- बच्चों को अच्छी कार्टून फिल्में देखने के लिए प्रेरित करना चाहिए जिससे उनके स्वभाव में क्रूरता न आए।
  • रश्मि – तुम ठीक कह रही हो रुचि, हमें शुरू से ही इस बात का ध्यान रखना चाहिए था। ऐसा लगता है कि अब पानी सर के ऊपर से बहने लगा है।
  • रूचि – हमें ऐसे ही हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। मुझे उसे कुछ समझाने दो।
  • रश्मि- वो तो बहुत अच्छा होगा। हम साथ में एक कप चाय भी पीएंगे।

प्रश्नः 11) उड्डयन क्षेत्र में प्राइवेट एअरलाइंस कंपनियों के आने से सरल, सुखद और सस्ती यात्रा की आशा जगी थी, पर इनके व्यवहार ने इस उम्मीद पर पानी फेरने का कार्य किया है। इस विषय पर दो मित्रों विपिन और सौम्य की बातचीत को संवाद रूप में लिखिए।

उत्तरः

  • विपिन – अरे सौम्य! सप्ताह भर से कहाँ थे तुम, दिखे ही नहीं।
  • सौम्य – मैं अपने पिता जी के साथ श्रीनगर घूमने चला गया था।
  • विपिन – फिर तो बड़ा मज़ा आया होगा।
  • सौम्य – मित्र, श्रीनगर घूमने का मज़ा और भी बढ़ जाता यदि पापा ने प्राइवेट एअर लाइंस से टिकट बुक न करवाया होता।
  • विपिन – क्यों प्राइवेट एअर लाइंस ने ऐसा क्या कर दिया?
  • सौम्य – प्राइवेट एअर लाइंस वालों ने सस्ती यात्रा का विज्ञापन दिया था। इसे देखकर ही पिता जी ने टिकट बुक करवाया था, पर एअर पोर्ट पर हमसे टैक्स के नाम पर टिकट के मूल्य का दो गुने से भी अधिक चार्ज वसूला गया।
  • विपिन –फिर, क्या इसके बाद भी यात्रा अच्छी नहीं रही?
  • सौम्य – नहीं विपिन बात यहीं तक होती तो ठीक थी परंतु उनकी फ़्लाइट दस घंटे लेट होने की अचानक घोषणा से सारे यात्री परेशान हो उठे। व दस घंटे बिताना काफ़ी कठिन था।
  • विपिन – फिर?
  • सौम्य – उड़ान के समय विमान में भी उनकी सेवाएँ अच्छी नहीं थी।
  • विपिन – पर वापसी तो अच्छी रही होगी?
  • सौम्य – वापसी के समय शाम छह बजे की फ्लाइट रात्रि को तीन बजे की हो गई। एअर पोर्ट पर ये नौ घंटे कैसे बीते, यह हम सहयात्री ही जानते हैं। बस किसी तरह दिल्ली आ गए।
  • विपिन – हमें इन प्राइवेट एअर लाइंस वालों की शर्ते जान-समझ लेना चाहिए।
  • सौम्य – ठीक कहते हो। अब हम आगे से सावधान रहेंगे।

प्रश्नः 12) आजकल युवाओं में अंग्रेजी साहित्य पढ़ने और अंग्रेजी को महत्व देने का चलन हो गया है। हिन्दी को उपेक्षित समझने लगे हैं। इस विषय पर दो मित्रों कमल तथा केशव के बीच हुई बातचीत को संवाद रूप में लिखिए।

उत्तर:

  • कमल- कैसे हो केशव, इस समय कहां से आ रहे हो?
  • केशव- कमल मैं बिल्कुल ठीक हूं। इस समय मैं बाजार गया था।
  • कमल – बाजार ! आप क्या खरीदना चाहते थे, भाई?
  • केशव – कुछ अंग्रेजी पत्रिकाएँ और 3-4 उपन्यास इस गर्मी की छुट्टियों में पढ़ने के लिए।
  • कमल – हिन्दी उपन्यास तो आपने खरीद लिया होगा!
  • केशव- नहीं कमल, मैं हिंदी उपन्यास नहीं पढ़ता। मैंने उपन्यास भी केवल अंग्रेजी में खरीदा है। इनमें से एक ‘चार्ल्स डिकेंस’ और दूसरी रुडयार्ड किपलिंग द्वारा लिखी गई है।
  • कमल- तुम हिन्दी उपन्यास क्यों नहीं पढ़ते।
  • केशव – अंग्रेजी उपन्यास पढ़ना गर्व की बात है। जो कुछ अंग्रेजी उपन्यासों में है, वह हिंदी उपन्यासों में नहीं है।
  • कमल – क्या आपने कभी प्रेमचंद, शरद चंद, जयशंकर प्रसाद, मृदुला गर्ग, वृन्दावन लाल वर्मा के उपन्यास पढ़े हैं। एक बार पढ़ें फिर सीखें।
  • केशव – कमल, हिन्दी उपन्यास पढ़ने का मन नहीं करता।
  • कमल – केशव, क्या आपने कभी सोचा है कि यदि हम भारतवासी हिन्दी का प्रयोग पढ़ने, लिखने, बोलने तथा अन्य रूपों में नहीं करेंगे तो कौन करेगा ? क्या आपने फ्रांस, चीन, जापान के लोगों को अंग्रेजी पढ़ते या बोलते सुना है?
  • केशव- नहीं।
  • कमल – कभी सोचा है क्यों ? वे अपनी भाषा पढ़ने, लिखने और बोलने में गर्व महसूस करते हैं। हमारी अपनी भाषा हमें उन्नति की ओर ले जाती है।
  • केशव – मित्र ! तुमने मेरी आंखें खोल दी हैं। मैं अब इस अंग्रेजी साहित्य को वापस कर दूंगा और प्रेमचंद, जयशंकर, वृंदावन लाल वर्मा के उपन्यास लाऊंगा।

संवाद किसे कहते हैं?

संवाद को जब दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच में विचार और जानकारी का आदान-प्रदान कहा जाता है, तो उसे ‘संवाद’ कहते हैं। संवाद एक महत्वपूर्ण सामाजिक और कॉम्यूनिकेशन कौशल है, जिसमें विचारों, विचारों और जानकारी को स्वतंत्र रूप से व्यक्त किया जा सकता है और दूसरे व्यक्तियों के साथ साझा किया जा सकता है। संवाद एक सुनने और बोलने का प्रक्रियात्मक प्रक्रिया होता है, जिसमें ज्ञान, विचार, और भावनाओं का आपसी आदान-प्रदान होता है।

संवाद किसी भी विषय पर हो सकता है, जैसे कि व्यक्तिगत बातचीत, सामाजिक विषय, व्यवसायिक परिप्रेक्ष्य, शिक्षा, और कई अन्य। संवाद का मुख्य उद्देश्य जानकारी साझा करना, गहरे विचारों को व्यक्त करना, और दूसरों के साथ बातचीत करके विचारों को सुधारना और समझाना होता है।

संवाद के दो प्रमुख रूप होते हैं:

  1. मौखिक संवाद (Oral Communication): मौखिक संवाद मौखिक भाषा का उपयोग करके होता है, जिसमें व्यक्तिगत बातचीत, बोलचाल, भाषण, और संवादिता शामिल होते हैं। इसमें आवाज, भाषा, भावनाओं का अभिव्यक्ति शामिल होता है। मौखिक संवाद का उदाहरण हैं – व्यक्तिगत बातचीत, व्यवसायिक मीटिंग, भाषण, और टेलीफोन कॉल इत्यादि।
  2. लिखित संवाद (Written Communication): लिखित संवाद मौखिक भाषा की बजाय लिखित शैली में होता है। इसमें ब्रीफ, रिपोर्ट, पत्र, ईमेल, लिखित संदेश, और दस्तावेजों का उपयोग होता है। यह लिखित विचारों को स्पष्टता और निष्कर्षता के साथ प्रस्तुत करने का माध्यम होता है और स्थायी रूप से दस्तावेजों में रिकॉर्ड किया जा सकता है।

संवाद में क्या क्या विशेषताएं होनी चाहिए?

संवाद को सफल बनाने के लिए कुछ विशेषताएं होनी चाहिए:

  1. सुनने की क्षमता (Listening Skills): संवाद में सुनने की क्षमता महत्वपूर्ण है। आपको ध्यानपूर्वक सुनना चाहिए, ताकि आप दूसरे व्यक्ति के भावनाओं और विचारों को समझ सकें।
  2. स्पष्टता (Clarity): संवाद की स्पष्टता होनी चाहिए, ताकि दूसरे व्यक्ति समझ सकें कि आप क्या कहना चाह रहे हैं। अशब्द, अन्यायुक्त या अस्पष्ट भाषा से बचना चाहिए।
  3. समय प्रबंधन (Time Management): संवाद में समय का सही उपयोग करना महत्वपूर्ण है। आपको अपनी बात को संक्षेप से प्रस्तुत करना चाहिए और समय पर बातचीत को समाप्त करना चाहिए।
  4. संवादिक और अवसरवादी (Engagement and Adaptability): आपको संवादिक बनने का प्रयास करना चाहिए, जिससे कि आप दूसरे व्यक्ति के साथ संवाद में रुचाना ला सकें। आपको परिस्थितियों के आधार पर अपने संवाद को समायोजित करने की क्षमता होनी चाहिए।
  5. समझदारी (Empathy): संवाद में सामंजस्य और समझदारी होनी चाहिए। आपको दूसरे व्यक्ति की दृष्टिकोण समझने का प्रयास करना चाहिए और उनकी भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।
  6. संवाद में सजीवता (Active Participation): आपको संवाद में सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए, न कि केवल बोलने वाले या सुनने वाले की भूमिका में रहना चाहिए।
  7. संवाद के उद्देश्य का पालन (Objective): आपको संवाद के उद्देश्य को स्पष्ट रूप से समझना चाहिए और उसे प्राप्त करने के लिए अपने संवाद को अनुकूलित करना चाहिए।
  8. संवाद में संतुलन (Balance): संवाद में संतुलन बनाए रखना चाहिए, यानी कि आपको बातचीत के समय बातचीत के सभी पक्षों को महत्व देना चाहिए।
  9. भाषा का उपयोग (Language Usage): संवाद में सामाजिक, व्यवसायिक या अन्य संदर्भों के हिसाब से उपयुक्त भाषा का उपयोग करना चाहिए।
  10. प्रतिक्रिया और पुनरावलोकन (Feedback and Reflection): संवाद के बाद प्रतिक्रिया और सोच-समझकर विचार करना चाहिए ताकि आप अपने संवाद कौशल में सुधार कर सकें।

इन विशेषताओं का पालन करके, आप संवाद को और भी प्रभावी और सार्थक बना सकते हैं।

संवाद लेखन में ध्यान देने योग्य कुछ महत्वपूर्ण बातें निम्नलिखित हो सकती हैं:

  1. विषय का साफ़ संकेत (Clear Subject Line): अगर आप एक ईमेल या संदेश के माध्यम से संवाद कर रहे हैं, तो आपके संदेश के विषय को स्पष्ट रूप से प्रकट करने के लिए संकेत देना चाहिए।
  2. उपयुक्त और सुविधाजनक भाषा (Appropriate and Conducive Language): संवाद में उपयुक्त भाषा का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। आपको अपने प्राप्त करने वाले संवादके की भाषा और स्तर के आधार पर भाषा का चयन करना चाहिए।
  3. संक्षेप और मुख्य बिंदु (Conciseness and Main Points): अपने संवाद को संक्षेप में लिखने का प्रयास करें और मुख्य बिंदुओं को हाइलाइट करें।
  4. उचित तारीख और समय (Appropriate Date and Time): संवाद में समय और तारीख को सही ढंग से उचितता के साथ उपयोग करें।
  5. सटीक और योग्य प्राधिकृतियां (Accurate and Relevant Credentials): आपके संवाद के साथ उचित प्राधिकृतियां और संवादक के विचार को समर्थित करने वाली जानकारी को संबंधित रूप से प्रस्तुत करें।
  6. उचित संवाद प्रारूप (Proper Dialogue Format): अगर आप किसी प्रकार के संवाद लेख रहे हैं, तो संवाद प्रारूप का उपयोग करें, जिसमें व्यक्तिगत वक्ताओं की बोलचाल को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किया जाता है।
  7. सजीव और रुचिकर संवाद (Engaging and Interesting Conversation): आपके संवाद को सजीव और रुचिकर बनाने के लिए उदाहरण, कथा, या उद्धरणों का उपयोग कर सकते हैं।
  8. समय प्रबंधन (Time Management): संवाद में समय का सही उपयोग करना महत्वपूर्ण है। आपको संवाद को समय सीमित करके लिखना चाहिए, ताकि आपके संवादके को समय से पूरी जानकारी मिल सके।
  9. प्रतिक्रिया के लिए खुला द्वार (Open Door for Feedback): संवाद में प्रतिक्रिया के लिए संवादके को खुला द्वार दें, ताकि वह आपके संवाद के साथ सहयोग कर सकें या संवाद को आगे बढ़ा सकें।
  10. श्रीष्ठ संवाद कौशल (Excellent Communication Skills): अच्छे संवाद कौशल होने का प्रयास करें, जैसे कि सुनने, बोलने, और समझने की क्षमता।

इन सुझावों का पालन करके, आप संवाद लेखन में अधिक प्रभावी और प्रोफेशनल तरीके से संवाद कर सकते हैं।

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Samvad Lekhan In Hindi For Class 10
Samvad Lekhan In Hindi For Class 12

निष्कर्ष

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