बादल की बातें कविता – Short Poem in Hindi
बादल की बातें जब सुनाते हैं,
मन को सुकून देते हैं।
उड़ जाते हैं अश्मन से नीचे,
आकर मुस्कान बिखेरते हैं।
गगन में चारों ओर घूमते हैं,
बरसात की धुन गाते हैं।
बूंदों की झंकार सुनाते हैं,
मन को आनंदित बनाते हैं।
धरती को गोद में लेकर रंगते हैं,
बिना किसी रुकावट के जाते हैं।
बारिश की बूंदें बोती हैं,
प्रकृति को नवीनता देते हैं।
गरजते हैं आकाश में बादल,
बजाते हैं ब्रह्मंडीय गुंजन।
बिजली के जगमगाहट में,
आँखों को विचलित करते हैं।
बादल की छांव में छुपती हैं,
धरती की गर्मी को बुझाती हैं।
गीली मिटटी को छूते हैं,
प्रकृति को नवीनता लाती हैं।
बादल की बातें सुनकर जगमगाती हैं,
बारिश के संग सब नाचते हैं।
प्रकृति के रंग बिखेरते हैं,
हर मन को हर्षित बनाते हैं।