सुबह की खुशबू कविता – Short Poem in Hindi
सुबह की खुशबू लेकर आती है नई उमंग,
प्रकृति के आदान-प्रदान से भरी हर रंग।
उठती है सूरज की किरणों के साथ,
सुबह की खुशबू छा जाती है खेतों में बात।
पूछो तो बताएगी ये खुशियों की धुन,
सुबह की खुशबू सबको लेकर आती है सम्मोहन।
फूलों की छांव में मुस्काते हैं परिंदे,
सुबह की खुशबू उन्हें नई उड़ान देती है नवीन।
हर्षोल्लास से भरी है सुबह की धुप,
प्रकृति की गोद में लिपटी है जीवन रूप।
प्राकृतिक सुंदरता से छाती फूली है,
सुबह की खुशबू सबको मन को भाती है।
पावन वायुओं के साथ खेलती है गेंद,
सुबह की खुशबू सबको सुरमई रंग देती हैं।
वन के पशु-पक्षी भी हो जाते हैं प्रशंसा में झूम,
सुबह की खुशबू सबको नयी आशा देती है गुंज।
सुबह की खुशबू में बसा है सुख और शांति,
जीवन की साथी है ये नयी शुरुआती।
प्रकृति की गोद में आत्मा को फूलाती है नई जान,
सुबह की खुशबू सबको जीने की पहचान।