दोस्तों हमने आपके लिये यहाँ Sadbhavana Ki Barish Kavita in Hindi – सद्भावना की बारिश कविता हिंदी में लेकर आये हैं,
सद्भावना की बारिश कविता – Short Poem in Hindi
आकाश से गिरती है सद्भावना की बारिश,
जीवन को स्नेह और समरसता से भरती है।
बूंद-बूंद बनकर धरती पर गिरती हैं,
ह्रदय को प्यार से लहराती हैं।
प्यार की सुगंध फैलाकर आती हैं हवाएं,
मिटाती हैं नफरत की अंधकार की घाटी।
सबको गले लगाकर गुलज़ार करती हैं,
सद्भावना की बारिश सबको मदहोश करती हैं।
जब बूंद-बूंद मिलकर समूह बनाती हैं,
रिश्तों को मजबूती से बांधती हैं।
भिन्नताओं को गले से लगाती हैं,
सद्भावना की बारिश सबको मोहताज़ करती हैं।
रंग-बिरंगे छात्रों की मिलती हैं मीठी मीठी बोली,
एकदृष्टि में समायी हुई सबकी होली।
बांटती हैं खुशियों के संग मिठास की बरसात,
सद्भावना की बारिश सबको मस्ती से भरती हैं।
आओ मिलकर इस बारिश में नाचें और गाएं,
संगीत की मिठास को हम सब बहाएं।
सद्भावना की धुन पर सबको नाचना है,
एकता और प्रेम का गीत यहाँ सबको बजना है।
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