प्रकृति के विहंग कविता – Short Poem in Hindi
प्रकृति के विहंगों में खो जाएं,
उन अनूठे रंगों में रंग जाएं।
पहाड़ों की ऊँचाई से बहरे,
घाटियों की गहराई में समाएं।
वृक्षों की छांव में बैठ जाएं,
पत्तों के सरगर्म सम्बंधों में खो जाएं।
हवा के सहारे उड़ जाएं,
पक्षियों के संग आसमान चरों जाएं।
जल की लहरों में नहाएं,
नदियों की गति से भागीरथी हो जाएं।
मिट्टी के गोद में लेट जाएं,
फूलों की सुगंध से भरी हो जाएं।
सूरज की किरणों में जल जाएं,
चाँद की चांदनी में खो जाएं।
स्वर्गीय दृश्यों में विलीन हो जाएं,
प्रकृति के आलोक में विलीन हो जाएं।
प्रकृति के विहंगों में खो जाएं,
स्वयं को धीरे-धीरे भुलाएं।
एक हो जाएं उनसे,
प्रकृति के साथ विलीन हो जाएं।