मिठास की धुंध कविता – Short Poem in Hindi
मिठास की धुंध में भरी है ये दुनिया,
खुशबूओं से महकी है मनमोहक प्रकृति।
मीठे रंग बिखेरे हैं हंसी के फूल,
आँखों को भर देते हैं मधुर सपनों की धूम।
प्यार की गुड़ियों में समाई है आनंद,
मिठास की धुंध से है जुड़ी हर माया।
चावल की किलकारी और गुड़ की खुशबू,
भूखी आत्मा को भर देती हैं खाना-पिना की खुशियों का अनुभव।
मिठास की धुंध में घुले हैं सुख की मिठास,
चारों ओर बसी है खुशियों की धरा।
मिठास से जुड़े हर रिश्ते हैं आनंदमय,
प्रेम, स्नेह और ममता की भरी है यह धरा।
मिठास की धुंध से हैं भरी ये सदियाँ,
मुस्कानों के संग झूल रही है ज़िंदगी।
दर्दों को भुलाती हैं मीठी मुस्कान,
मिठास की धुंध सबको देती हैं सम्मान और सुराग।
मिठास की धुंध बनाती हैं दूरीयों को मिटा,
ज़ख़्मों को भर देती हैं प्यार की मरहम।
जीवन को रंगीन और मधुर बनाती हैं,
मिठास की धुंध सबको जीने की पहचान।