रोज़मर्रा की चुनौतियां कविता – Short Poem in Hindi
रोज़मर्रा की चुनौतियां संग होती हैं,
ज़िन्दगी के सफर में उभरती हैं।
मुश्किलों के बवंडर में उड़ना होता है,
रोज़मर्रा की चुनौतियों से निपटना होता है।
बदलते समय की लहरों में चलना होता है,
अवसरों के उड़े संग बदलना होता है।
हर दिन नयी मुसीबतें प्राप्त होती हैं,
रोज़मर्रा की चुनौतियों का सामना करना होता है।
हकीकत के आईने में खुद को देखना होता है,
अपने दुःखों के साथ मुस्काना होता है।
जीवन की हर मुश्किल से सीखना होता है,
रोज़मर्रा की चुनौतियों को गले लगाना होता है।
नयी राहों पर पैर रखना होता है,
आगे बढ़ने का हर बार ज़िद करना होता है।
हार-जीत के खेल में खुद को ढकेलना होता है,
रोज़मर्रा की चुनौतियों से लड़ना होता है।
जीवन के उछाल-दौड़ में चमकना होता है,
सपनों की पंखों पर उड़ना होता है।
हर दिन अज्ञातता के साथ भिड़ना होता है,
रोज़मर्रा की चुनौतियों को स्वीकारना होता है।
जीवन के रंगों को स्वीकार करना होता है,
हार-जीत को अपने अंदर भरना होता है।
रोज़मर्रा की चुनौतियों से निपटना होता है,
खुद को आगे बढ़ाना होता है।